Bluetooth के अविष्कार ने हमारे जीवन को बहुत ही आसान बना दिया है और विभिन्न Gadgets को Connect करने के लिए Wire की आवश्यकता को खत्म किया है | नमस्कार दोस्तों आज हम Bluetooth in Hindi के इस blog में जानेंगे की Bluetooth क्या है और इसका उपयोग कैसे करते है |
दोस्तों ब्लूटूथ technology की मदद से हम आसानी से बिना किसी तार की मदद से अपने Mobile Phone से अपने headphone या Speaker को connect कर पाते है और अपने मनपसंद music का आनंद ले पाते है | इसके अलावा भी Bluetooth हमारे लिए आज बहुत ही जरुरी और Important हो गया है | Bluetooth ने छोटी दुरी में Wireless technology के द्वारा Gadgets को Connect कर उनका उपयोग करना आसान बना दिया है |
ब्लूटूथ केवल Mobile के लिए ही उपयोगी नहीं है यह आपके Computers और Laptop के लिए भी उपयोगी है | Bluetooth Technology की मदद से आप wireless mouse और Keyboard द्वारा अपने Laptop और Computer पर काम कर पाते है और अगर किसी Print की जरुरत हो तो Print भी निकाल पाते है |
पिछले कुछ वर्षों में लगातार Bluetooth Technology का विकास हुआ है और अब इसमें Data Transfer की Speed तेज हुई है और किसी भी Gadgets को connect करने के साथ ही तेजी से Data Transfer करना आसान हुआ है |
ब्लूटूथ क्या है | What is Bluetooth in Hindi
Bluetooth एक Wireless Technology है जिसका उपयोग बिना Wire की मदद से सीमित क्षेत्र में Gadgets को आपस में Connect करने और Data Transfer करने के लिए किया जाता है | Bluetooth Technology का मुख्य उद्देश्य Electronic Devices को जोड़ने के लिए Wire की उपयोगिता को ख़त्म करते हुए security के साथ Fast और Easy Data Transfer करना है |
ब्लूटूथ का नाम एक Danish राजा Harold Bluetooth के नाम पर रखा गया है जो की 10 वीं सदी के राजा थे | यह 10 से लेकर 50 मीटर की दुरी तक एक network बनाता है जिसमें एक साथ आप 2 से लेकर 8 उपकरणों को Connect कर सकते है | Bluetooth Technology किसी अन्य cordless phone और wifi router की तरह 2.4 गीगाहर्ट्ज़ की Frequency पर कार्य करती है | किसी भी उपकरण से जुड़ने के लिए Bluetooth Redio तरगों का उपयोग करते है |
ब्लूटूथ का इतिहास | Bluetooth History in Hindi
ब्लूटूथ का इतिहास अधिक पुराना नहीं है | किसी भी डिवाइस को कंप्यूटर से जोड़ने के लिए पहले वायर की जरुरत होती थी ऐसे में एरिक्सन रेडियो प्रणाली पर कार्य कर रहे हार्टसन ने 1994 में किया था | वायरलेस तकनीक के विकास के लिए एरिक्सन, IBM, नोकिआ, इंटेल, तोशिबा और सोनी ने सहयोग किया और 1999 में पहली बार एरिक्सन द्वारा मोबाइल और IBM द्वारा पहला लैपटॉप बनाया गया |
ब्लूटूथ का उपयोग | Uses of Bluetooth in Hindi
आज के समय हम जो mobile इस्तेमाल करते है उनमें पहले से ही Bluetooth in built होता है इसके अलावा Laptop में भी Bluetooth Inbuilt होता है लेकिन अगर किसी Device और Gadget में Bluetooth inbuilt नहीं है तो आप Bluetooth Dongle की सहायता से अन्य devices को connect कर सकते है | BlueTooth का उपयोग करना बेहद आसान है और इसे Connect करने का क्या तरीका है आइये जान लेते है |
Bluetooth को On/Off करना
कुछ simple Steps के साथ आप अपने Mobile के Bluetooth Setting को On off कर सकते है |
- Mobile की home Screen को नीचे की और Swipe करें |
- अब आपको ब्लूटूथ का option दिखाई देगा इसे on करें |
- यहाँ पर अगर आप Bluetooth के option पर जाकर उसे Long press करते है तो ब्लूटूथ Setting Open हो जाती है |
Bluetooth को अन्य Device के साथ Pair करना
ब्लूटूथ Technology के द्वारा आप अपने Mobile से headphone, Smart Watch, Speakar आदि को connect कर सकते है | हम Exapmle के रूप में आज Bluetooth Speakar को Pair करना बताएंगे | बाकि Gadgets को pair करने के लिए भी आप Same Process का इस्तेमाल कर सकते है |
- सबसे पहले अपने दोनों Devices की Bluetooth Setting को On कर लें |
- अब Search नई device के Option पर जाये और Device search करें |
- जब आप अपना Bluetooth Headphone search कर लेते है तो उस पर Click करें |
- अब Pair के बटन पर Click करें | अब आपने अपने Device को Bluetooth headphone के साथ कनेक्ट कर लिया है अब आप अपनी पसंद का Song सुन सकते है या Call आने पर बिना phone को हाथ लगाए उसे Attend कर सकते है |
ब्लूटूथ के वर्शन | Bluetooth Versions in Hindi
Bluetooth Technology के अविष्कार के बाद से ही इसको और बेहतर बनाने के लिए प्रयास जारी थे | पिछले 3 दशकों में इसके कई Version आये जिनमें इनकी frequency और Data Transfer की गति को बेहतर किया गया है | आइये जानते है ब्लूटूथ Versions के बारे में और उनकी Quality के बारे में –
ब्लूटूथ 1.0
ब्लूटूथ का यह सबसे शुरुआती Version है और यह वर्ष 1999 में आया था | इसमें device Interoperable नहीं थे और भी कई तरह की दिक्कत Bluetooth के इस Version में थी |
ब्लूटूथ 1.1
Bluetooth का यह Version वर्ष 2001 में आया था | पहले Version की बहुत सी कमियों को इस Version में दूर किया गया था |
ब्लूटूथ 1.2
यह व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाने वाली पहली Bluetooth Technic थी | इसकी speed तेज थी और यह तेजी से Devices को ढूंढने में सक्षम थी |
ब्लूटूथ 2.0
Bluetooth का यह संस्करण वर्ष 2005 में आया था| इस Version में सबसे अधिक सुधार Data transfer की स्पीड पर हुआ था | इसे 1 MBPS से बढाकर 3 MBPS कर दिया था | इसमें बिजली की खपत को भी काफी हद तक कम कर दिया गया था |
ब्लूटूथ 2.1
Bluetooth के पिछले version में data transfer की स्पीड को तो बेहतर बना लिया गया था लेकिन असली दिक्कत devices को आपस में Pair करने में आ रही थी जिसे बेहतर बनाने के लिए Bluetooth Version 2. 1 को में लांच किया गया था | Bluetooth Version 2.1 में Connection के लिए Pairing को तेज किया गया था और साथ ही इसे सुरक्षित भी बनाया गया था | इसमें Incription को अनिवार्य किया गया था और बिजली की खपत को कम किया गया था |
ब्लूटूथ 3 HS
वर्ष 2009 में आया Bluetooth का यह Version तेज speed के नए प्रयोग के तहत लाया गया था | इसमें 24 mbits की Speed को हासिल कर लिया गया था |
ब्लूटूथ 4
2010 में Bluetooth 4.0 को लाया गया था और यह High Speed Wifi पर आधारित था | इसमें क्लासिक Bluetooth, High speed Bluetooth और Low Energy Protocol को शामिल किया गया था |
ब्लूटूथ 4.1
Bluetooth का Version 4.1 को 2014 में अपनाया गया था | इसे 4.0 के Software में कुछ बदलावों के साथ पेश किया गया था | इसमें manual Processing को कम कर दिया गया था | इसमें gadgets को एक ही समय में Hub और client में बदलने की सुविधा दी गयी थी |
ब्लूटूथ 4.2
Bluetooth 4.2 की खासियत है की इसमें scanner filter के साथ Privacy को ओर बेहतर किया गया | इसे मुख्य रूप से Internet of things के लिए design किया गया था | इसमें Data Packet की length को बढ़ाने के साथ ही energy की खपत को कम किया गया और connection को secure किया गया|
ब्लूटूथ 5.0
यह bluetooth का सबसे latest Version है इसे वर्ष 2016 में जारी किया गया था | इसमें Bluetooth की सीमा को 50 मीटर से बढाकर 200 मीटर तक पंहुचा दिया है | सबसे पहले Samsung galaxy s8, Iphone 8, 8+ और iphone x bluetooth 5 के support के साथ Launch हुए | इसमें Battery और connectivity को बेहतर बनाया गया है |
ब्लूटूथ के फायदे
फायदे | नुकसान |
Bluetooth एक Wireless टेक्नोलॉजी है और इसे Connect करने के तारों की जरुरत नहीं होती है इसलिए यह Use में लेने में आसान है | | यह अन्य Wireless Technology जैसे की Wifi की तुलना में थोड़ी धीमी है | |
यह बहुत कम Battery की खपत करती है और आप एक बार Battery चार्ज करके इसका लम्बे समय तक उपयोग कर सकते है | | इसकी Range भी बहुत कम है और केवल आप 50 मीटर तक ही इसके साथ Connect रह सकते है| |
Bluetooth के साथ आप Text message,Image, Audio, Video file को Transfer कर सकते है | | अगर आप Bluetooth के पुराने Version काम में ले रहे है तो Data Transfer करते वक्त Security को लेकर कुछ परेशानी हो सकती है | |
Bluetooth की सबसे Modern Technology के साथ आप Secure तरीके से Data Transfer कर सकते है | | Bluetooth के साथ आप कम size का डाटा ही Transfer कर सकते है अधिक डाटा Transfer करने के लिए आपको अन्य technology की मदद लेनी चाहिए | |
यह बहुउपयोगी है और इसका उपयोग आप अपनी Car में, music सुनने में, Print देने के साथ ही कई अन्य कामों में कर सकते है | | Wifi की तुलना में यह Low Bandwidth पर काम करता है इसलिए Connection को लेकर इसमें कई बार समस्या आ सकती है | |
Bluetooth कैसे काम करता है ?
यदि आप अपने मोबाइल, कंप्यूटर या लैपटॉप से किसी Bluetooth device जैसे की Headphone, स्पीकर को जोड़ना चाहते है तो इसके लिए आपके कंप्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल में ब्लूटूथ होना जरुरी होता है | इस समय लगभग सभी मोबाइल और लैपटॉप में ब्लूटूथ इनबिल्ट आता है | computer से bluetooth डिवाइस को कनेक्ट करने के लिए आपको एक ब्लूटूथ डिवाइस खरीदनी होगी जो की एक pendrive जैसी दिखती है |
इस bluetooth डिवाइस को कंप्यूटर में कनेक्ट करें | इसके बाद अपने ब्लूटूथ हैडफ़ोन या bluetooth स्पीकर को ऑन करें | अब अपने computer, mobile या लैपटॉप पर जाकर bluetooth डिवाइस सर्च के बटन पर क्लिक करें | अब आपको आपका bluetooth device शो होगा | इसके साथ पेअर करें और उसके बाद आप अपने मोबाइल, कंप्यूटर और लैपटॉप में जो भी ऑडियो चलाते है तो वह आपको आपके bluetooth speakar और हैडफ़ोन में सुनाई देगा |
क्या ब्लूटूथ सुरक्षित है ?
Security के लिहाज से बात की जाये तो आप Bluetooth का उपयोग पूरी निश्चिंतता के साथ कर सकते है यह पूरी तरह Sequre है | Bluetooth “frequency hopping Spread System” कार्य करता है जिसमें सभी Devices विभिन्न frequency में से मौजूद किसी एक Frequency पर कार्य करते है | और ये इन बहुत सी Frequency पर लगातार पर प्रति second सैकड़ों बार divert होते रहते है इस वजह से इन्हे Hack नहीं किया जा सकता है |
निष्कर्ष
दोस्तों मुझे विश्वास है की आपको आज का लेख Bluetooth in hindi जरूर पसंद आया होगा इसमें हमने आपको bluetooth क्या है Bluetooth के सभी Version की जानकारी detailed से दी है | अगर आपको इस blog से सबंधित कोई सवाल है तो comment करके जरूर बताये | हम आगे भी ऐसी ही उपयोगी Information आपके लिए लाते रहेंगे जिससे आप Technology से सबंधित अपने सवालों के जवाब पा सके | धन्यवाद |