कंप्यूटर पर आज आप जो भी काम कर पाते है वह संभव हो पाया है coputer की Language के द्वारा | Computer के शुरुआती software और Operating System Dovelop होने में C language का बड़ा योगदान है | इसी कारन से इसे Computer भाषा की जननी भी कहा जाता है | आज जितनी भी computer की language बनी है वह किसी न किसी रूप से C Language से प्रभावित है | इसलिए जो भी युवा computer Dovelopment में जाना चाहता है उन्हें C Language का अच्छे से ज्ञान ले लेना चाहिए | आज के इस लेख C Language in Hindi में हम जानेगें की C Language क्या है, इसके उपयोग क्या है और यह कैसे वर्क करती है |
C Language क्या है?
C Language एक ऐसी High Leval Language है जिसमें High Leval के साथ ही Low Leval Language के भी Feature पाए जाते है | C Language का उपयोग Operating System और Computer Application और Software Dovelope करने के लिए किया जाता है | C Language में इंग्लिश के शब्दों के साथ ही Low language के Function भी होते है जिससे इसमें सिस्टम सॉफ्टवेयर बनाना भी संभव हो पाता है |
यह एक बहुत ही Orgnised Language है जिसमें सभी ब्लॉक्स अलग अलग बंटे होते है जिसकी वजह से इसमें काम करना आसान हो जाता है | यही वजह है की Windows, Unix जैसे Operating System और कई browser को C Language में बनाया गया है |
C Language का इतिहास
यह computer की सबसे पुरानी भाषाओँ में है इसे बने हुए 50 साल से भी अधिक का समय हो गया है | C Language को बनाने वाले व्यक्ति का नाम था Dennis Retchie | जिन्होंने AT & T’S Bell Telephone Laboratories में काम करने के दौरान वर्ष 1972 में C Language को बनाया था | dennis Ritichie एक Operating System बनाने पर work कर रहे थे इसके dovelop करने के लिए उन्होंने C Language बनाई जिसके आधार पर unix बना और आगे चल कर Linex बना | भाषाओ के विकास के लिए compiler बनाने में भी C Language बहुत ही महवत्पूर्ण है |
C Language की विशेषताएं
C Language एक बहुत पुरानी लेकिन उन्नत computer Language है और सबसे अधिक उपयोग में ली जाने वाली Language भी है | C language की विशेषताएं क्या है आइये जानते है –
- Beginners के सीखने के लिए C Language एक बहुत ही सरल और आसान Language है |
- C Lanugage में हाई लेवल की लेंग्वेज के साथ ही लो लेवल लैंग्वेज के भी गुण होते है |
- C लैंग्वेज में काम करने के लिए बहुत से function होते है साथ ही Programer अपने अनुसार इसमें और नए function Add कर सकते है |
- यह अन्य लैंगुएज की तुलना में तेज है क्योंकि इसमें अन्य भाषाओँ की तरह Daynemic Programming ना होकर Stetic प्रोग्रामिंग होती है जो की इसे तेज बनाती है |
- C Language में बनाये गए code को आसानी से अन्य मशीन में पोर्ट कर सकते है | यह काम करने के लिए स्वतंत्र है और दूसरी मशीन में चलाने के लिए इसमें अधिक फेरबदल करने की जरुरत नहीं होती है |
- इसके कोड़ को बाद में extend भी किया जा सकता है मतलब बढ़ाया भी जा सकता है | यानि की जरुरत पड़ने में इसमें नए फीचर और function को जोड़ा जा सकता है |
- इसको आप रन टाइम के दौरान भी एडिट कर सकते है और अपने सहजे गए बदलावों को तुरंत क्रियान्वित कर सकते है |
C प्रोग्रामिंग Language कैसे सीखें
C Language एक प्रारंभिक language है और इस language को सिखने से सबसे बड़ा फायदा यह होता है की आपका dovelopment का base Clear हो जाता है | इसके सिखने के बाद आपको अन्य Language सीखने में कोई दिक्कत नहीं आती है | आप Online और Offline दोनों तरह से C Programing सीख सकते है | Online C Language सीखने के लिए आप online Course Join कर सकते है या Youtube Video के द्वारा भी Basic जानकारी प्राप्त कर सकते है |
कुछ लोग किसी विषय को तब अच्छे से समझ पाते है जब कोई उन्हें स्वयं समझाता है और उनके मन के सवालों और संदेहों को साथ साथ दूर करता है | ऐसे लोगों को Offline Course एक बेहतर विकल्प है | इसमें टीचर आपके C language के सभी Topics को Step by Step समझाते है |
चाहे आप online Course करें या offline आपको एक बात याद रखना जरुरी है की आप जो भी रोजाना सीखते है उसकी कई बार practice करनी है | आप खुद के लेवल पर जितनी अधिक practice करेंगे आप C Language में उतना ही बेहतर होते जाएंगें |
निष्कर्ष
C Language in Hindi के इस Blog में आपने जाना की C Language क्या है इसकी क्या विशेषता है | साथ ही हमने जाना की C Language कैसे सीख सकते है | C Language के बारे में यह उपयोगी जानकारी आपको कैसी लगी हमें comment करके बताएं | यदि आपको यह जानकारी अच्छी लगी है तो इसे लाइक और शेयर करें |