क्या आपको पता है की Cache Memory को CPU भी कहा जाता है क्योंकि यह Computer के CPU के साथ एकीकृत होती है | जिससे कंप्यूटर को Data प्राप्त करने में आसानी होती है | आज के लेख Cache memory in hindi में हम विस्तार से जानेंगें की Cache Memory क्या होती है और Cache Memory के प्रकार कौन कौन से है |
Cache मेमोरी एक अस्थायी मेमोरी के रूप में कार्य करती है | जब Computer Work करता है तो RAM की तुलना में Cache Memory तेजी से Processing के लिए Data उपलब्ध करवाती है | इसलिए यह होती छोटी सी है लेकिन यह Computer की Processing को तेज करने के लिए महत्वपूर्ण होती है |
Cache Memory क्या है ?
Cache memory कम्प्यूटर की सेमीकंडक्टर चिप होती है जो की Processer के बहुत ही पास में स्थित होती है | इसका कार्य CPU की Processing में लगने वाले समय को कम से कम करना होता है | भौतिक रूप से Processer के बहुत पास होने के कारन इसका connection Cpu के साथ सबसे तेज होता है और इसलिए यह प्रोसेसिंग के वक्त तेजी से data उपलब्ध करवा पाती है | इसे Computer की अस्थायी या Secondery Memory के रूप में भी जाना जाता है |
Cache Memory Hard Disk और Randam Access Memory की तुलना में छोटी होती है इसलिए इसकी भण्डारण क्षमता भी कम होती है | इसलिए यह Data को अस्थायी रूप से ही Save करती है और जब Computer Off हो जाता है तब इसका Data Delete हो जाता है |
Cache Memory कैसे काम करती है ?
Central Processing Unit यानि की CPU में 3 तरह की मेमोरी होती है जो की computer में Data Store करने के साथ ही Data Processing की स्पीड के लिए भी जिम्मेदार होती है | computer के Operating System और Software computer की Hard Disk में save रहते है |
जब कंप्यूटर वर्क करता है तो वह DATA सीधे Hard Drive से नहीं लेता है इसकी तुलना में वह Data को पहले Randam Access memory में Load करता है और फिर हर बार सीधे RAM से ही DATA को प्राप्त करता है | लेकिन RAM की Data Transfer की Speed Cache Memory की तुलना में कम हो पाती है | इसलिए Data को Cache Memory में Load कर लिया जाता है | यह Processer के पास होने के कारन इसकी Data Transfer rate RAM की तुलना में कई गुना अधिक होती है जिससे यह तेजी से डाटा को transfer कर पाती है |
Cache Memory Maping
कैश मेमोरी के उपयोग के लिए इसकी 3 प्रकार से मैपिंग की जाती है | इन मैपिंग के बारे में नीचे विस्तार से जानकारी दी जा रही है –
Direct Maping –
यह Cache Memory के लिए उपयोग लिए जाने वाली सबसे सरल तकनीक है | जो की मुख्य मेमोरी के प्रत्येक ब्लॉक को एक Cache line में मैप करती है | यदि किसी नए ब्लॉक को लोड करने की जरुरत होती है तो Cache memory से पहले का Data डिलीट किया जाता है उसके बाद उस ब्लॉक का Data Load होता है | मेमोरी का पता 2 रूप से श्रेणीबद्ध किया जाता है एक अनुक्रमणिका फील्ड और दूसरा टैग फील्ड |
Associated Mapping
इस प्रकार की मैपिंग में किसी भी ब्लॉक के लिए कोई खास लाइनिंग नहीं की जाती है इसमें कोई भी block Cache की किसी भी लाइन में जाकर Save हो सकता है | यह मेमोरी खास Word के साथ संग्रहित होती है | इस फॉर्मेट को सबसे तेज फॉर्मेट माना जाता है |
Set Associated Mapping
यह Cache मैपिंग का सबसे उन्नत रूप है इसमें डाइरेक्ट मैपिंग की सभी कमियों को दूर किया जाता है | इस मैपिंग में किसी भी एक ब्लॉक को एक लाइन में मैप करने के बजाय समूह में एक कुछ लाइनिंग को एक साथ समुचित किया जाता है | इस तकनीक में कोई सा भी ब्लॉक किसी विशिष्ट सेट की किसी लाइन के साथ मैप कर सकता है | यह Direct और Associat मैपिंग में सबसे अच्छा संयोजन करने वाली मैपिंग तकनीक है |
Cache मेमोरी के फायदे
- Cache Memory की Processing Speed हार्ड डिस्क और RAM की तुलना में कई गुना तेज होती है |
- Cache memory Importent Data को सेव रखती है जिससे processing के वक्त उसका उपयोग कर CPU की स्पीड को बेहतर किया जाता है |
- Cache मेमोरी अस्थायी रूप से data को सेव रखती है |
- Cache Memory Processer के पास स्थित होती है और CPU में एकीकृत होती है इसलिए यह Data की fast processing कर पाती है |
निष्कर्ष
Cache Memory in Hindi के इस लेख से आप जान गए होंगे की Cache Memory क्या होती है, Cache Memory कैसे काम करती है Cache Memory Maping और इसके फायदों के बारे में | इस उपयोगी जानकारी को आप सभी के साथ शेयर कर सकते है | यदि इससे सबंधित कोई सवाल हो तो कमेंट कर सकते है |