Data क्या है और Data कितने प्रकार का होता है ?

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Data क्या है , यह एक ऐसा सवाल है जिसके बारे में लोगों की अलग अलग समझ है आज के blog में हम Detail से जानेंगें की Data क्या होता है और Data के प्रकार क्या है | 

दोस्तों हम दिन भर विभिन्न तरह के Data से घिरे होते है और समय समय पर एक दूसरे के साथ Data का आदान प्रदान करते रहते है | Data एक इंग्लिश शब्द है और Hindi में Data का मतलब जानकारी या तथ्यों से होता है | Data शब्द आजकल ज्यादा प्रचलन में है इसका कारण है Computer और Internet में इस शब्द का अधिक प्रयोग होना | लेकिन यह केवल computer से सबंधित नहीं है | Computer के आने से पहले भी हम Data का उपयोग करते रहते थे | 

Computer और Internet के आने के बाद हमें Data मिलने की Speed तेज हो गयी है और हम तेजी के साथ डाटा का Exchange कर पाते है | देश दुनिया में हमें व्यक्तिगत रूप से बहुत सारे data की जरुरत होती है | अगर आप कहीं job करते है तो अपने काम में आपको Data की जरुरत होती है | अगर आप कोई व्यवसाय कर रहे है तो भी आपको Data की जरुरत होती है |

आज के समय में Data बहुत ही जरुरी है और इसी की वजह से आज के समय में Data को manage करने के लिए companies और राष्ट्रीय संस्थानों में Data manager या Data Scientist की जरुरत पड़ती है | 

Data क्या है 

Data एक तथ्य होता है जिसका विश्लेषण करके इसका उपयोग हम अपनी Knowledge को बढ़ाने या किसी तरह के Decision लेने में कर सकते है | 

यदि हम तकनिकी रूप से इसे समझे तो Data किसी व्यक्ति, व्यक्तियों के समूह या किसी वस्तु या वस्तुओं के समूह के बारे में कोई गुणात्मक और मात्रात्मक facts, Stalactites और information होती है | सामान्य तौर पर हम Data का उपयोग एकवचन या बहुवचन के रूप में करते है जबकि Data एक बहुवचन है जिसका एकवचन Datum होता है | 

दोस्तों Data हमें किसी भी रूप में प्राप्त हो सकता है यह Numeric, Alphabet, Symbol, Image, Video, Graphic, Audio या अन्य रूप में प्राप्त हो सकता है |  Data हमें मिलता है वो Raw Form में होता है जो की उपयोग लेने के लिए या उसके आधार पर निर्णय लेने के लिए सही नहीं होता है| Raw data मिलने पर इसको कुछ Tools के जरिये Refine किया जाता है और उपयोग के लिए उसमें से बेमतलब की चीजों को हटाकर और correct order में जमाकर Use लिया जाता है | 

इस Process को हम एक Example के रूप में समझते है – 

किसी शहर में एक City Hospital है जहाँ पर सभी तरह की Disease का इलाज किया जाता है | एक दिन में वहां पर livar, heart, kidney से सबंधित patient आते है और अपना ईलाज करवाते है | उस हॉस्पिटल में  एक दिन में 100 मरीज आते है और वहां पर 3 डॉक्टर है | 

Kidney patient – 20
Heart patient – 60 
Liver patient -20 

इस डाटा को refine करने के बाद doctors इस Decision पर पहुंच सकते है की Hospital में आने वाले heart patient  ज्यादा है इसलिए वहां पर एक और Doctor को Appoint करना चाहिए | अगर वह data को संग्रहित नहीं करते तो उन्हें इसकी जानकारी नहीं होती और वह इसका आसान solution नहीं ढूंढ सकते थे | इसलिए आज के समय में आसान और प्रभावी निर्णय लेने के लिए Data की जरुरत होती है | 

Computer Data क्या है 

Computer और IT में डाटा का मतलब है Facts, Statics और Information का Binary format यानि की 0 और 1 के Variables में परिवर्तित Information है | computer पर हम जो भी Text, Image, Videos, या , Sound जो भी देखते है और सुनते है वह सभी Data 0 और 1 के Different Pattern में होता है | Computer पर जो भी Data होता है उसकी सबसे छोटी इकाई Bits होती है जो की एक इकाई को define करती है |  8 bits से मिलकर 1 byte बनती है और 10 million Bytes से मिलकर एक Megabyte और 10 Billion Byte  से मिलकर 1 Gigabyte बनती है | 

Data Types 

Data का वर्गीकरण हम 2 तरह से कर सकते है एक Data की Size के आधार पर और dusra उसकी Form के आधार पर | सबसे पहले हम डाटा की Size के आधार पर Analyze करते है –

आज Data वेब के लिए ईंधन के समान है हम Data का एक अन्य रूप से और वर्गीकरण कर सकते है | इसमें हम Data को Quantitative Data और Qualitative Data के रूप में वर्गीकृत कर सकते है |  Qualitative और Quantitative Data को और अच्छे से समझने के लिए 4 प्रकार से बाँट सकते है – Nominal,Ordinal, Discrete और Continuous | 

गुणात्मक (Qualitative) Data 

गुणात्मक ( Qualitative) Data को संख्या ( Numeric ) के आधार पर नहीं नापा जा सकता है उसे उसके गुण ( Quality) के आधार पर मापा जाता है और इसकी श्रेणी निर्धारित की जाती है इसलिए इसे श्रेणीबद्ध Data के रूप में भी जाना जाता है | इस तरह का Data आपको Audio, Image, Video format में प्राप्त हो सकता है | यदि बहुत से लोगों की किसी विषय पर कोई Opinion है तो इसको संख्या के आधार पर नहीं मापा जा सकता है यह Qualitative data होता है | 

ऑडियो डाटा  – इस डाटा में केवल आवाज होती है जैसे की कोई ऑडियो MP3, गाने, रिकॉर्डिंग के डाटा को हम इस कैटेगरी में रख सकते है | 

वीडियो डाटा  – वीडियो डाटा वह डाटा होता है जिसमें आवाज के साथ साथ वीडियो भी होता है | जैसे की कोई मूवी, वीडियो रिकॉर्डिंग आदि वीडियो डाटा कहलाते है | 

अक्षरात्मक डाटा – जिस डाटा में किसी भी भाषा के अक्षरों जैसे हिंदी में क ख ग और इंग्लिश में A B C D का उपयोग होता है वह अक्षरात्मक डाटा कहलाता है | 

संख्यात्मक डाटा – जिस डाटा में 0 से लेकर 9 तक संख्याओं का उपयोग होता है वह न्यूमेरिक यानि संख्यात्मक डाटा कहलाता है | 

अल्फ़ा न्यूमेरिक डाटा – इस तरह के डाटा में चिन्ह का उपयोग किया जाता है | यह चिन्ह ! @ #  $ इस इस प्रकार से होते है | 

नाममात्र ( Nominal ) Data 

नाममात्र यानि की nominal Data में भी Data को उसके गुण यानि की Quality के आधार पर मापा जाता है और उसे lebal किया जाता है |  इस प्रकार के Data में संख्यात्मक रूप से तुलना नहीं की जा सकती है| 

इस तरह के data को गुणों के आधार पर विभिन्न श्रेणियों में बांटा जाता है | इनका कोई क्रम नहीं होता है और इनको संख्या के आधार पर अलग करने का आदेश नहीं दिया जा सकता है | 

सामान्य (  Normal ) Data 

सामान्य प्रकार के Data में सभी variables का एक Natural Ordering होता है | इस तरह के data की सबसे खास बात यह होती है की यह केवल sequence दिखाता है और इसका Numeric Analysis नहीं किया जा सकता है | अगर हम Nominal Data के साथ Normal data की तुलना करें तो पाते है की Nominal Data में किसी तरह का sequence नहीं होता है जबकि normal Data में sequence पाया जाता है | 

मात्रात्मक ( Quantitative Data )

जिस Data को संख्यात्मक रूप से मापा जा सकता है उसे मात्रात्मक ( Quantitative ) Data कहते है | इस तरह के data की गणना की जा सकती है और उसे digit के रूप में दर्शाया जा सकता है | किसी भी Product की Price या  किसी व्यक्ति या वस्तु की Height, width, length, Weight को Quantitative data के रूप में मापा जा सकताहै  है | 

Data  मुख्य रूप से Megabyte और Gigabyte के रूप में Store किया जाता है | जैसा की आप अपने Mobile या Computer को purchase करते वक्त देखते है की उसकी Data Stores क्षमता कितनी है | किसी मोबाइल में 32 Gb यानि की 32 gigabyte की क्षमता होती है तो किसी में 64 Gigabyte की क्षमता होती है जिसमें आप अपने software, Apps, Image, Videos को Store कर सकते है | 

दूसरे प्रकार का Data होता है Big data | जो भी data petabyte या इससे अधिक range का होता है उसे Big data कहा जाता है | पिछले कुछ सालों में बड़ी बड़ी E-Commerce वेबसाइट के आ जाने से Big data model business संचालित हुए है | आजके समय में Data एक Assets के रूप में है और इसकी Security का companies का बहुत ध्यान रखती है | यह Big data companies की sales को बढ़ाने में बहुत उपयोगी होता है | 

Unstructured Data 

वह data जो की हमें Raw format में प्राप्त होता है और उसका किसी भी तरह से Process नहीं किया गया है और जो refine नहीं है वह Data Unstructured Data होता है | जैसे की आपको कोई Email मिलती है या कोई word Document मिलता है| यह Unstructured Data है | इसके अलावा आपको कोई भी Information और भी कई unstructured data के रूप में मिलती है |

Data की प्रोसेसिंग कैसे होती है 

किसी भी डाटा के प्राप्त होने से लेकर उसे प्रोसेस करने के बाद उसे प्रदान करने तक वह तीन चरणों से होकर गुजरता है | क्या है वे चरण आइये जानते है विस्तार से – 

डाटा को Input करना 

सबसे पहले कोई भी data एक raw फॉर्म में प्राप्त होता है जिसका की कोई भी स्ट्रक्चर नहीं होता है | यह डाटा विभिन्न तरह से प्राप्त किया जाता है | इस Data को Process करने के लिए computer में इनपुट करना होता है | Input करने से पहले यह कहां से प्राप्त हो रहा है और यह डाटा Authentic है या नहीं यह भी जानना जरुरी है | इसलिए सबसे पहले Data को एक विश्वसनीय Source से Collect किया जाता है | इसके बाद उसका verification किया जाता है की वह डाटा सही है या नहीं | Data का सही स्थान और समय पर मिल सके उसके लिए उसको एक विशेष code देकर उसे Store किया जाता है | 

Data की Processing 

जब data को Computer में Input किया जाता है तो इस Raw डाटा को उपयोगी बनाने के लिए इसे computer में सॉफ्टवेयर के द्वारा refine किया जाता है | इस Raw Data में से अनावश्यक डाटा को हटाकर इसे सही क्रम और जरुरत के अनुसार श्रेणीबद्ध ( Classification ) किया जाता है | इस डाटा को अलग अलग श्रेणी के अनुसार short किया जाता है और इसके बाद इस Data पर कई तरह के formula के द्वारा इसे Process करके summarise किया जाता है | 

डाटा का Output प्राप्त करना 

जब Data को summaries कर लिया जाता है उसके बाद अंत में आप Data का result प्राप्त कर पाते है | Output का मतलब यह है की अब यह Data refine हो चूका है और आप इसका उपयोग कर सकते है | यह raw Data Process होकर Information की तरह उपयोग में लिए जाने योग्य हो जाता है | इस Data को आप Graph, audio, video, sheets, presentation, document के रूप में प्राप्त कर पाते है | 

Data usages 

Mobile और Computer के उपयोग से आज बहुत बड़े Volume में Data का Explosion हुआ है | किसी भी Business के बेहतर management के लिए आज Quality Data की जरुरत होती है | जिसके आधार पर कोई भी Companies यह जान सकती है लोग क्या पसंद कर रहे है और वह अपने Products या Services को कैसे अधिक मात्रा में sales कर सकती है | 

विभिन्न Country की government भी Data प्राप्त कर उसको Process और Refine कर उसका उपयोग जरूरतमंद Population तक जनकल्याणकारी Schemes पंहुचा पाती है | Data आज के समय में बहुत ही Important है और इसका उपयोग Person, companies , institute, Government अपने अपने हितों के अनुसार कर सकती है | 

Conclusion 

दोस्तों उम्मीद करता हूँ आपको आज का article – Data kya hai  जरूर पसंद आया होगा | अगर इस Article से सबंधित कोई प्रश्न आपको पूछना है तो नीचे comment कर सकते है | यदि आपको यह लेख पसंद आया हो तो अपने दोस्तों के साथ share करें जिससे इस Important Information का फायदा अन्य लोगों को भी मिलें | 

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