जानिए जज कैसे बन सकते है और जज बनने के लिए क्या योग्यता चाहिए

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Judge kaise bane या Judge बनने के लिए क्या करें | यह सवाल बहुत से युवाओं के मन में रहते है जो कैरियर के रूप में एक Reputed जॉब पाना चाहते है | Judge जिन्हें की न्यायाधीश भी कहा जाता है | एक बहुत ही प्रतिष्ठित पद है जहाँ पर व्यक्ति को न्याय करना पड़ता है | Judge एक प्रतिष्ठित पद है इसलिए इसका Exam भी 3 चरणों में होता है और इन 3 चरणों के exam के बाद आप एक जज के रूप में कार्यभार ग्रहण कर सकते है | Judge बनने के लिए क्या क्या प्रक्रिया अपनाई जाती है आज के इस लेख में जानेंगें | 

Judge कौन होता है | जज किसे कहते है 

Judge को हिंदी में न्यायाधीश कहते है | जज का कार्य किसी विवाद की स्थिति में दोनों पक्षों की दलील और गवाहों के बयान सुनकर भारतीय संविधान की धाराओं के आधार पर न्याय करना होता है | 

जज बनने के लिए योग्यता

जज बनने के लिए पहले आपको अपनी कानून की पढाई करनी होती है | कानून की पढाई यानि की LAW में प्रवेश के लिए CLAT परीक्षा में पास होना जरुरी है | CLAT परीक्षा में आवेदन करने के लिए 12th पास करना जरुरी है इसके बाद ही आप CLAT के लिए आवेदन कर सकते है | CLAT पास करने के बाद आपको 5 वर्ष का LLB डिग्री कोर्स पास करना होता है | यदि आपने अपनी ग्रेजुएशन पूरी कर ली है तो आप इस कोर्स को 3 वर्ष में पूरा कर सकते है | 

जज बनने के लिए Exam प्रक्रिया 

जब आप अपनी LLB कोर्स पास कर लेते है तो आप जज की परीक्षा देने के योग्य हो जाते है | जज बनने के लिए 3 चरणों में परीक्षा ली जाती है | लेकिन जज के एग्जाम में बैठने के लिए आपको LLB कोर्स पास करने के साथ ही 7 वर्ष का वकालत का अनुभव भी जरुरी होता है | इसके बाद ही आप Judge की परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते है | जज की परीक्षा के 3 चरण क्या है आइये जानते है उनके बारे में –

प्रारंभिक परीक्षा – 

इस परीक्षा में आवेदक से वस्तुनिष्ट प्रश्न पूछे जाते है | इस परीक्षा को पास कर लेने के बाद ही आवेदक मुख्य परीक्षा के लिए आवेदन कर पाता है | प्रारंभिक परक्षा में 2 पेपर होते है

1. General Knowledge यह 2 घंटे का पेपर होता है और यह 150 नंबर का होता है |
2. Law का पेपर होता है यह पेपर भी 2 घंटे का होता है और यह पेपर 300 नंबर का होता है | 

मुख्य परीक्षा 

प्रारंभिक परीक्षा पास करने के बाद आवेदक मुख्य परीक्षा में बैठने के योग्य होते है | इस परीक्षा को पास करने के बाद अंतिम चरण के साक्षात्कार के लिए आवेदक योग्य हो जाते है | मुख्य परीक्षा में कुल 5 पेपर  होते है –

  1. General Knowledge – 150 नंबर 
  2. Language – 200 नंबर 
  3. LAW I – 200 नंबर
  4. LAW || – 200 नंबर 
  5. LAW ||| – 200 नंबर 

साक्षात्कार 

जब आवेदक प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा पास कर लेता है तो उसका साक्षात्कार लिया जाता है | यह साक्षात्कार 100 नंबर का होता है | इस तरह मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार के नम्बरो के आधार पर जज के पद के लिए योग्य आवेदक का चुनाव होता है |  

जज का वेतन कितना होता है

भारत में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के बाद सबसे अधिक वेतन पाने वाले जज ही होते है | भारत के सुप्रीम  कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश का वेतन 2.80 लाख  होता है | वहीँ सुप्रीम कोर्ट के अन्य न्यायाधीश का वेतन 2.50 लाख होता है | इनसे कम वेतन होता है  हाईकोर्ट जज का जो की राज्य के स्तर पर होते है | हाईकोर्ट के मुख्य जज का वेतन 2.50 लाख होता है और हाईकोर्ट के अन्य जज का वेतन 2.25 लाख होता है | जिला न्यायलय के जज का वेतन 80 हजार होता है और जिला कोर्ट के अन्य जज का वेतन 45 हजार  होता है | 

भारतीय न्याय व्यवस्था 

सुप्रीम कोर्ट जज –

यह भारत का सर्वोच्च न्यायलय के जज होते है | भारत के सर्वोच्च न्यायलय में एक मुख्य न्यायाधीश होते है और इसके अलावा अन्य जज होते है | 

हाई कोर्ट जज 

भारतीय न्याय प्रणाली में 24 हाईकोर्ट बनाये गए है जो की राज्य के स्तर पर है यहाँ पर उस राज्य से सबंधित मामलों पर न्याय किया जाता है | 

जिला जज 

भारत के प्रत्येक जिले में लोगों को उचित न्याय मिले इसके लिए जिला न्यायलय की स्थापना की गयी है| जिला के जज को डिस्ट्रिक्ट जज कहा जाता है | 

निष्कर्ष 

भारत की न्यायपालिका भारत के संविधान के 4 स्तम्भों में से एक है | यहाँ से किये गए निर्णयों के आधार पर ही भारत के लोगों को न्याय मिल पाता है | इस लेख के द्वारा हमने आपको judge kaise bane की पूरी  जानकारी देने की कोशिश की है | इस जानकारी का उपयोग करके आप यह जान गए होंगे की Judge कैसे बना जा सकता है | यदि आपको इस लेख के बारे में अपनी राय देनी है तो नीचे कमेंट बॉक्स में जाकर comment करें | धन्यवाद |

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