UPI क्या है | UPI Pin क्या होता है ?

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हमारे देश में जब पहली बार नोटेबंदी हुई थी तब इसकी सफलता और असफलता को लेकर अलग अलग राय थी | लेकिन उस समय बड़ी संख्या में लोगों के बैंक अकाउंट खोले गए थे जो की भारत को Cashless Economey बनाने की ओर एक बड़ा कदम था | पिछले कुछ सालों में भारत ने तेजी से  कैशलेस इकोनॉमी की ओर कदम बढ़ाया है और आज भारत दुनिया में सबसे ज्यादा Online Transition करने वाला देश बन गया है | लोगों को कैशलेस पेमेंट करने में आसानी हो इसके लिए NPCI द्वारा UPI को लॉन्च किया गया है | UPI से बिना परेशानी के Payment की सुविधा से जनता ने इसे हाथों हाथ अपनाया और आज इसके द्वारा रोजाना करोड़ों ट्रांजीशन किये जाते है | आज के Blog में हम जानेंगें की UPI क्या है, यूपीआई कैसे काम करता है और UPI के फायदे क्या है ?

UPI क्या है ?

UPI का मतलब होता है Unified Payment Interface यानि की एकीकृत भुगतान इंटरफ़ेस | UPI एक ऐसी प्रणाली है जिसमें User को एक Mobile application द्वारा विभिन्न बैंकों के मध्य फण्ड प्राप्त करने, भुगतान करने की सुविधा आसान प्रक्रिया द्वारा करने की सुविधा मिलती है | UPI Transition के लिए आपको जिस व्यक्ति को पेमेंट करना है उसके UPI पिन की जरुरत होती है जो की उसके Mobile Number से जुड़ा होता है | ऐसे में केवल UPI पिन के द्वारा आप किसी भी व्यक्ति को किसी भी बैंक account में पैसे ट्रांसफर करने, भुगतान करने या पैसे प्राप्त करने की सुविधा मिलती है | 

UPI की शुरुआत कब हुई और इसका नियंत्रण कौन करता है ?

यदि आज से 7 से 8 वर्ष पहले की बात करें तो पेमेंट करने के लिए आपको व्यक्ति के नाम, बैंक अकाउंट, IFSC कोड आदि की जरुरत होती थी | जिसके बाद ही आप उस व्यक्ति को payment कर पाते थे | फण्ड ट्रांसफर और  भुगतान की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए NPCI यानि की National Payment Corporation in India ने 21 बैंकों के साथ मिलकर 11 अप्रैल 2016 को UPI को लांच किया | इसके बाद सभी बैंको ने और Google Pay, Paytm जैसी Companies ने अपने Mobile App प्ले स्टोर पर अपलोड कर दिए | इन Play store से कोई भी व्यक्ति UPI एप डाउनलोड और इनस्टॉल करके इसकी सुविधा का उपयोग कर सकता है | 

UPI की क्या खासियत है ?

  • Single Application द्वारा आप विभिन्न बैंको के साथ आपको वित्तीय लेनदेन की सुविधा मिलती है | 
  • बैंको से लेनदेन के लिए आपको सोमवार से शनिवार तक 9 से 6 बजे तक का एक निश्चित समय मिलता था जबकि UPI के द्वारा आप सप्ताह के सातों दिन 24 घंटे लेनदेन कर सकते है | 
  • बैंक की छुट्टी के दिन भी आप UPI के द्वारा Transition कर पाते है | 
  • कैश साथ लेकर चलने की समस्या से मुक्ति मिलती है और पैसे गिर जाने और चोरी हो जाने का डर भी ख़त्म होता है | 
  • UPI को शुरू करने की प्रक्रिया बेहद आसान है इसके लिए User को कोई भी डॉक्यूमेंट फिजिकल रूप से जमा नहीं करना होता है | User ऑनलाइन कुछ आसान स्टेप के साथ इसे शुरू कर सकता है | 
  • इसमें आप क्यू आर कोड़ के द्वारा भी भुगतान कर सकते है | 
  • Online खरीददारी करने के लिए यह बहुत ही अनुकूल है | इसके द्वारा आपको भुगतान के लिए Atm जाने और अन्य तरीकों से भुगतान करने की जरुरत नहीं होती है | 
  • यह बहुत ही सुरक्षित है और सिंगल क्लिक के साथ आपको भुगतान की सुविधा प्रदान करता है | 

UPI पिन क्या है ?

जब भी आप UPI से कोई Payment करते है तो पेमेंट करते वक्त आपसे आपका UPI PIN यानि की Unified Payment Interface Personal Identification Number पूछा जाता है | जब आप इसमें 4 या 6 अंको वाला UPI Pin डालते है तो आपका Payment Successful हो जाता है और यदि आप अपना गलत Pin डालते है तो यह Payment रद्द हो जाता है | यह UPI Pin आपके अकाउंट की सुरक्षा के लिए होता है | कुछ परिस्थिति में जैसे की आपका फ़ोन गिर जाये या चोरी हो जाने की स्थिति में यह UPI पिन नंबर आपके धन की सुरक्षा करता है | यह एक Identification नंबर है जिसके द्वारा यह जांचा जाता है की उपयोग लेने वाला वही व्यक्ति है जिसने UPI अकाउंट ओपन किया है | 

जब भी आप किसी भी Payment Application के लिए UPI अकाउंट Open करते है तो शुरुआत में ही आपको 4 या 6 अंको का UPI Pin सेट करना होता है | यह UPI PIN को आपको हमेशा याद रखने के जरुरत होती है| क्योंकि इन ही UPI Pin के द्वारा आप अपना भुगतान कर सकते है | यदि आप इसे Reset करना चाहे तो भी आप इसे Reset भी कर सकते है | 

UPI Ecosystem कैसे काम करता है ?

UPI से जब भी कोई Payment होता है तोन   कौकौन Participate करता है – 

NPCI 

UPI की पूरी प्रक्रिया के लिए Network प्रदान करने , Service प्रदान करने, सभी के बीच समन्वयन करने, सञ्चालन करने, डिस्फुट होने पर उसका निपटारा करने का कार्य NPCI का होता है | 

Banks – 

UPI के लिए उन्हीं बैंक्स को स्वीकृति मिलती है जिनके पास मोबाइल बैंकिंग लाइसेंस और IMPS की क्षमता हो | इन सभी बैंक्स की क्या भूमिका होती है इसको जान लेते है –  

Payer PSP –  PSP भुगतानकर्ता के सदस्य के रूप में बैंक ग्राहक को UPI के लिए रजिस्ट्रेशन करने की सुविधा प्रदान करता है जिससे ग्राहक अपने UPI अकाउंट द्वारा वित्तीय और गैर वित्तीय लेनदेन कर पाता है | 

Payee PSP – इसमें बैंक ग्राहक और मर्चेंट को फण्ड प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करता है | 

Remitter Bank – यह धन भेजने वाला बैंक होता है इसके लिए जो व्यक्ति धन भेजना चाहता है उसका खाता इस बैंक में होना चाहिए | जब वह कोई भी Payment करता है तो उसके खाते से उतनी राशि काट ली जाती है | payment करते समय जब आप अपना UPI PIN डालते है तो वह पिन सही है या नहीं इसको जांचने की जिम्मेदारी भी इसी बैंक की होती है | 

Beneficiary Bank – यह प्राप्त करने वाला बैंक होता है | जिस व्यक्ति को फण्ड प्राप्त हो रहा है उस व्यक्ति का खाता इस बैंक में होना चाहिए उसके बाद ही वह व्यक्ति फण्ड प्राप्त कर सकता है | 

बैंक खाताधारक – जिस बैंक खाताधारक ने स्वयं को UPI में रजिस्टर कर लिया है वह UPI के द्वारा Transition कर सकता है | 

व्यापारी (Merchant) – वे व्यापारी जिन्होंने UPI द्वारा भुगतान प्राप्त करने के लिए स्वयं को रजिस्टर करवा लिया है वे UPI के द्वारा भुगतान प्राप्त कर सकते है | 

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